जानिये कैंसर के इलाज मे किस तत्व का होता है इस्तेमाल ?

जब मैडम क्यूरी ने पिचब्लेंड नाम के तत्व से Urenium  अलग कर लिया उसके बाद भी उनको  रेडिओधर्मी तत्व काफी बचा हुआ दिखा | उनको लगा की पिचब्लेंड मे काम से काम एक और रेडिओधर्मी तत्व है क्यूरी ने कई टन पिचब्लेंड का refine किया तब जाकर बहुत ही काम मात्रा में रेडियम  प्राप्त हुआ | यूरेनियम के एक टन अयस्क में 0 . 14 ग्राम रेडियम होता है

क्या आप जानते हैं रेडियम की खासियत क्या होती है ? इसका इस्तेमाल कहाँ होता है ?

परिचय 
रेडियम एक चमकने वाली धातु है  जो नमक जैसा दीखता है यह एक रेडियो धर्मी धातु है रेडियो धर्मी का मतलब होता है की इसका नाभिकीय केंद्र काफी अस्थिर होता है और बहुत तेजी से यह तत्व टूटता है टूटने के क्रम में यह कई किरणे छोड़ता है और इससे एक चमक निकलती है यह Urenium के अयस्क से प्राप्त होता है जब Urenium का शुद्धिकरण किया जाता है तो उसके बाइप्रोडक्ट के तौर पर रेडियम मिलता है रेडियम का अन्य स्रोत Nuclear रिएक्टर की प्रयुक्त फ्यूल रोड है |

चिकित्सीय इस्तेमाल 

चिकित्सा के मैदान में रेडियम का इस्तेमाल 19 वी सदी में शुरू हुआ ऐसा पाया गया की इसमें बीमारियों को ठीक करने का गुण है चूकि इससे गामा किरणे निकलती है इसका इस्तेमाल कैंसर के उपचार में किया जाता है | रेडियम और ब्रोमीन का यौगिक है रेडियम ब्रोमाइड जिसका चिकित्सा के मैदान में काफी इस्तेमाल होता है मुख्या रूप से छोटे कैंसरो का इलाज करने के लिए इसे  इस्तेमाल किया जाता है कई अस्पतालों मे रेडिएशन थेरेपी राडांन की मदद से की जाती है राडांन एक गैस है जो रेडियम के विघटन से पैदा होती है |